
विकासनगर(आरएनएस)। पछुवादून के सिख और पंजाबी समाज ने पाकिस्तान के ननकाना साहिब तीर्थ की यात्रा पर लगी रोक हटाने की मांग की है। शनिवार को शहीद भगत सिंह वेलफेयर सोसायटी के प्रतिनिधिमंडल ने तहसील प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को ज्ञापन भेजा है। शहीद भगत सिंह वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले तहसील मुख्यालय में ज्ञापन सौंपने पहुंचे सिख समाज के लोगों ने बताया कि ननकाना साहिब पूरे समाज के लिए प्रमुख तीर्थ स्थल है। इसी स्थान पर गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था। नवंबर में गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व पूरे विश्व भर में मनाया जाएगा। इस प्रकाश पर्व पर सिख समुदाय के लोग ननकाना साहिब गुरुद्वारा में जाकर मत्था टेकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रथम गुरु की जन्म स्थली पर मत्था टेकना प्रत्येक सिख और पंजाबी की आस्था से जुड़ा हुआ है। केंद्र सरकार ने पहलगाम हमले के बाद से ही इस तीर्थ स्थल की यात्रा पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की कायरना हरकत से पूरा सिख समाज भी आक्रोशित है। देश का प्रत्येक नागरिक पाकिस्तान को उसी की भाषा में मुहंतोड़ जवाब देना चाहता है, लेकिन इसके लिए धार्मिक आयोजनों और धार्मिक स्थलों की यात्रा पर रोक लगाया जाना उचित नहीं है। साल 1965, 1971 और कारगिल युद्ध के दौरान भी इस पवित्र धार्मिक यात्रा पर रोक नहीं लगाई गई थी। इस बार रोक लगाए जाने के कारण श्रद्धालु गुरु प्रकाश पर्व पर पवित्र करने से वंचित रह जाएंगे। सिख समुदाय के लोगों ने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करते हुए यात्रा पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में सरदार बलजीत सिंह, गुरमीत सिंह, कंवलजीत सिंह, सिंपल सिंह, राजेश पासी, जसवीर सिंह, गुरुविंदर सिंह आदि शामिल रहे।