
पिथौरागढ़(आरएनएस)। मैदानी क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों के बीते दिनों बंद रहने से सीमांत में रसोई गैस संकट गहरा गया है। आपूर्ति कम और मांग अधिक होने से गैस एंजेंसी के लिए उपभोक्ताओं को घरेलू सिलेंडर उपलब्ध कराना मुश्किल हो गया है। नतीजन घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद भी लोग खाली सिलेंडर घर ले जाने को मजबूर हैं। जिला मुख्यालय में सितारगंज से रसोई गैस की सप्लाई होती है। वाहन टनकपुर मार्ग से होते हुए यहां आवाजाही करते हैं, लेकिन बीते करीब 11 दिनों से यह मार्ग पहले सभी वाहनों के लिए वर्तमान में भारी वाहनों के लिए बंद है। इससे रसोई गैस की सप्लाई लड़खड़ा गई है। वर्तमान में रसोई गैस के वाहन हल्द्वानी से यहां पहुंच रहे हैं, लेकिन रसोई गैस के सीमित वाहन पहुंचने से दिक्कत खड़ी हो गई है। बीते दिन शहर में केवल रसोई गैस के एक वाहन का वितरण हुआ। स्थानीय नीमा ने बताया कि वह रसोई गैस सिलेंडर रिफिल करने को स्पाट में पहुंची, लेकिन रसोई गैस खत्म होने का हवाला देकर उन्हें कल आने के लिए कहा गया। बुधवार को सुबह गैस के वाहन जिला मुख्यालय पहुंचे,वाहन पहुंचने की सूचना के बाद काफी संख्या में लोग सिलेंडर लेने के लिए वितरण केंद्र पहुंच गए। स्वाला में फंसें रसोई गैस के वाहन वाया देवीधुरा आए पिथौरागढ़(आरएनएस)। चंपावत के स्वाला में सड़क बंद होने के बाद यहां रसोई गैस लेकर आ रहे करीब सात से आठ वाहन फंस गए। तिलढुकरी गैस प्रबंधक मंजू बिष्ट ने बताया कि कई दिनों बाद भी सड़क नहीं खुली तो वाहन वापस लौटे और बाद में वाया देवीधुरा होते हुए यहां पहुंचे।



