Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • अल्मोड़ा
  • वीपीकेएएस अल्मोड़ा में 20वां गाजर घास जागरूकता सप्ताह संपन्न
  • अल्मोड़ा

वीपीकेएएस अल्मोड़ा में 20वां गाजर घास जागरूकता सप्ताह संपन्न

RNS INDIA NEWS 23/08/2025
WhatsApp Image 2025-08-23 at 17.42.09_11zon

अल्मोड़ा। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (वीपीकेएएस), अल्मोड़ा में 19 से 22 अगस्त 2025 तक 20वां गाजर घास जागरूकता सप्ताह मनाया गया। यह कार्यक्रम संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकांत के मार्गदर्शन और प्रभारी निदेशक डॉ. कृष्णकांत मिश्रा की देखरेख में आयोजित हुआ। सप्ताहभर चले इस अभियान के तहत संस्थान के हवालबाग फार्म, अल्मोड़ा परिसर और आवासीय कॉलोनी में गाजर घास उन्मूलन और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान डीएसबी कैंपस नैनीताल के बीएससी एग्रीकल्चर आरएडब्ल्यूई के छात्रों को पार्थेनियम घास के फसल उत्पादन, मानव और पशु स्वास्थ्य पर दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई और उन्मूलन की गतिविधियों में शामिल किया गया। 22 अगस्त को ज्ञान विज्ञान चिल्ड्रन्स अकादमी, हवालबाग में छात्रों और शिक्षकों के लिए संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पार्थेनियम के स्वास्थ्य, पर्यावरण और जैव विविधता पर पड़ने वाले खतरों पर चर्चा की गई। उसी दिन हवालबाग फार्म में आयोजित गोष्ठी में डॉ. कृष्णकांत मिश्रा ने बताया कि यह खरपतवार 45 से अधिक देशों में फैल चुका है और जलवायु परिवर्तन के कारण इसकी आक्रामकता और बढ़ने की आशंका है। उन्होंने बड़े पैमाने पर उन्मूलन और जागरूकता की आवश्यकता पर जोर दिया। गोष्ठी में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. प्रकाश चंद घासल ने पार्थेनियम के प्रबंधन और नियंत्रण के प्रभावी विकल्पों पर जानकारी साझा की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमित कुमार ने किया। इस जागरूकता अभियान में संस्थान के वैज्ञानिकों, तकनीकी और प्रशासनिक कर्मचारियों के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी की।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में डॉ. सी.पी. भैसोड़ा ने संभाला स्थायी प्राचार्य का कार्यभार
Next: थराली में युद्धस्तर पर जारी राहत एवं बचाव अभियान

Related Post

default featured image
  • अल्मोड़ा
  • चमोली
  • देहरादून

पीएम धन-धान्य कृषि योजना से जुड़े अल्मोड़ा और चमोली

RNS INDIA NEWS 11/10/2025
default featured image
  • अल्मोड़ा

हूटर बजाकर नियम तोड़ने वाले सत्ताधारी दल के पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग

RNS INDIA NEWS 11/10/2025
default featured image
  • अल्मोड़ा

पर्यावरण संरक्षण सुधार एवं जागरुकता विषय पर प्रदर्शनी आयोजित

RNS INDIA NEWS 11/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 12 अक्टूबर
  • पीएम धन-धान्य कृषि योजना से जुड़े अल्मोड़ा और चमोली
  • औषधि निरीक्षक ने गरुड़ में दो मेडिकल स्टोर बंद कराए
  • नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को भेजा जेल
  • पौड़ी के 91 स्कूलों में शुरू हुए वर्चुअल क्लास रूम
  • 5 लाख की स्मैक के साथ एक आरोपी गिरफ्तार

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.