नई टिहरी(आरएनएस)। ज्ञापन में पंचायत अध्यक्ष प्रवीन ध्यानी और कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने कहा कि बदरीनाथ मास्टर प्लान से देवप्रयाग निवासी तीर्थ पुरोहितों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। उनके पुस्तैनी घरों से उन्हें धर्म शालाओं में शिफ्ट किया गया है। धाम के नारायण पुरी स्थित उनका पंचभैया मोहल्ला व यहां तक जाने वाली कुबेर गली पूरी तरह जमींदोज हो चुकी है। अभी तक यहां किसी तरह का भी पुनर्निर्माण शुरू नहीं किया गया है। वहीं देवप्रयाग वासियों के धार्मिक क्रिया-कलापों का स्थान तप्त कुंड भी अलकनंदा में मास्टर प्लान का मलबा डाले जाने से खतरे की जद में आ गया है। इससे अलकनंदा का जलस्तर तीन मीटर तक उठ गया है। कहा कि यदि गाद नही हटाया जाता तो यहां लोगों के बहने व डूबने की घटनाएं आगे भी होती रहेंगी।

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