67 साल बाद समाल्टा मंदिर में मनाई गई फूलियात

विकासनगर। समाल्टा गांव में विराजमान चालदा महासू देवता मंदिर में 67 साल बाद बुरांस के फूलों की फूलियात मनाई गई। इसे देखने के लिए खत समाल्टा के नौ गांवों समेत जौनसार क्षेत्र के कंडमाण, बावर और हिमाचल प्रदेश से हजारों श्रद्धालु समाल्टा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने देव दर्शन कर मन्नतें मांगी। 67 साल बाद खत समाल्टा स्थित चालदा महासू देवता के मंदिर में बुधवार को फूलियात पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। खत समाल्टा के 9 गांव समाल्टा, ददोली, माठला, बराड, फटेऊ, थैत्यो, बमराड, ईच्छला, पाटा, डामटा के साथ ही आसपास के गांवों से आए लोगों ने फूलियात पर्व का आनंद लिया। खत समाल्टा के 9 गांवों के लोग तीन भागों में बंटकर देवता के नाम की फूलियात लेकर मन्दिर पंहुचे और बुरांश के फूलों को देवता को समर्पित किया। सबसे पहले समाल्टा, ददोली, माटला और बराड गांव के लोगों ने फूलियात देवता को समर्पित की। उसके बाद बमराड, झूसोऊ, भाकरोऊ डामटा, थैत्यो आदि गांवों के ग्रामीण फूलियात लेकर पहुंचे। सबसे आखिर में फटेऊ, पाटा, ईच्छला गांव के ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ फूलियात देवता को समर्पित की। मंदिर परिसर में सुबह से चहल पहल थी। सुबह 4 बजे से ही देव दर्शन को श्रद्धालु आने शुरू हो गये थे। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। हजारों श्रद्धालुओं के बीच फूलियात पर्व का आयोजन देख क्षेत्र की महिलाएं और बच्चे उत्साहित दिखाई दिए। इस मौके पर महिलाओं ने हारूल नृत्य किया, जबकि लोखंडी लोहारी की टीम द्वारा तीर कमान का करतब दिखाया गया। इस दौरान चालदा माहसू देवता मंदिर समिति अध्यक्ष सरदार सिंह तोमर, कलम सिंह चौहान, पूर्व ब्लाक प्रमुख अर्जुन सिंह चौहान, रणवीर सिंह चौहान, चतर सिंह चौहान, शेर सिंह चौहान, इंदर सिंह आदि मौजूद थे।