30 लाख की चोरी में जीजा-साला गिरफ्तार
ऋषिकेश। श्यामपुर में कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यालय से 30 लाख रुपये की चोरी के मामले में जीजा-साले को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 22 लाख रुपये की रकम, घटना में प्रयुक्त गरम चादर, एक हथोड़ी, एक सूत रस्सी बरामद की है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया है। सोमवार को कोतवाली में चोरी का खुलासा करते हुए एसपी देहात स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि 25 नवंबर को श्यामपुर निवासी दीपक जुगलान पुत्र स्व. सत्य प्रसाद जुगलान ने पुलिस को एक तहरीर दी थी। इसमें उन्होंने बताया मैसर्स एसएस कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से श्यामपुर में उनका कार्यालय है। शातिर चोरों ने कार्यालय का शीशा तोड़कर आलमारी के अंदर रखे 30 लाख 33 हजार रुपये की रकम चोरी कर ली है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने करीब 70 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। साथ ही चोरी के मामले में पूर्व में जेल गए व बाहर आए 22 आरोपियों की जानकारी जुटाई। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर भट्टोवाला तिराहा, श्यामपुर से दो युवकों को पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने चोरी का जुर्म कबूल लिया है। हत्थे चढ़े आरोपियों की पहचान दिनेश रावत पुत्र सत्यपाल सिंह रावत निवासी ग्राम हटनाली, बनगांव, पट्टी दसगी, चिन्यालीसौड़, पंकज पंवार पुत्र शरद सिंह पंवार निवासी ग्राम इंद्रा टिपरी, पट्टी बिष्ट, धरांसू, चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी के रूप में हुई है। बताया कि खुलासे में एसओजी की टीम का भी सहयोग रहा। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है। मौके पर सीओ डीसी ढौंडियाल, कोतवाल रवि सैनी, एसओजी प्रभारी ओमकांत भूषण आदि मौजूद रहे।
पूर्व में ऑफिस ब्वाय रहा चोरी का मास्टर माइंड
पुलिस के अनुसार दिनेश रावत जनवरी 2021 से अगस्त तक कंपनी में आफिस ब्यॉय के रूप के कार्य कर चुका है। इस दौरान बैंक में रुपये जमा करना, निकालना, इधर-उधर की पेमेंट की कलेक्शन कर एकाउंटेंट के पास जमा कराता था। जिस वजह से उसे कंपनी के लेन-देन की जानकारी थी। नौकरी छोड़ने के बाद फास्ट फूड की ठेली पास में ही लगा रखी थी। पुलिस के मुताबिक ठेली से उसका खर्चा नहीं चल पा रहा था, लिहाजा चोरी का प्लान बनाया। रिश्ते के साले पंकज को योजना में शामिल किया और फिर 23 नवंबर की रात को चोरी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक चोरी के 15 लाख दिनेश ने और सात लाख पंकज आपस में बांट लिए। वे गांव जाने की फिराक में थे, लेकिन इससे पहले पुलिस ने पकड़ लिया।