18 साल बाद मिला संस्कृत विवि के छात्रों को छात्रावास

हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों को 18 साल बाद छात्रावास मिल पाया है। जबकि पीएचडी के छात्र- छात्राओं को अभी भी छात्रावास का इंतजार है। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना 2005 में की गई थी। तब से लेकर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं छात्रावास को लेकर इंतजार कर रहे थे। करीब ढाई साल पहले विश्वविद्यालय में दो छात्रावास का निर्माण किया गया था। एक छात्रावास शास्त्री और आचार्य के छात्र छात्राओं के लिए बनाया गया है। जबकि दूसरा छात्रावास पीएचडी के छात्र छात्राओं के लिए बनाकर तैयार किया गया है। विश्वविद्यालय के छात्रों की मांग पर सत्र 2023. 24 के बीच में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से शास्त्री और आचार्य के छात्र छात्राओं को छात्रावास आवंटित कर दिया गया है। जबकि पीएचडी के छात्र छात्राओं को अभी तक भी छात्रावास आवंटित किए जाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने बताया कि शास्त्री और आचार्य के छात्रों को छात्रावास आवंटित कर दिया गया है। जो भी छात्र छात्रावास लेना चाहते हैं वह विश्वविद्यालय कार्यालय में अपना आवेदन दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि पीएचडी के छात्र-छात्राओं को भी छात्रावास आवंटित करने की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी।