डेढ़ सौ साल बाद दोहा गांव में विराजमान होंगे चालदा महासू महाराज

विकासनगर(आरएनएस)। चकराता ब्लाक के घणता गांव में विराजमान चालदा महासू महाराज के सैली खत के दोहा गांव में प्रवास का कार्यक्रम बुधवार बसंत पंचमी को तय किया गया। महाराज की पालकी डेढ़ सौ साल बाद 16 जून को दोहा में विराजमान होगी। महाराज के आगमन की सूचना पाकर खतवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। खत के बाशिंदों का कहना है कि यह उनके लिए ऐतिहासिक पल है। बुधवार को खत बणगांव के ग्राम घणता में आयोजित दोनों खतों की बैठक में चालदा महाराज के प्रवास का कार्यक्रम तय कर लिया गया है। 150 वर्ष बाद चालदा महाराज का खत सैली के दोहा गांव में आगमन होगा। मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं सदर स्याणा अतर सिंह तोमर ने बताया कि बैठक में महाराज के प्रवास का कार्यक्रम देवमाली के दिशानिर्देश अनुसार तय किया गया। तय कार्यक्रम के अनुसार 22 मई को खत सैली के 15 लोग घणता गांव आएंगे। 23 मई को खत बणगांव के 250 लोग उनके साथ महाराज की डोरी, छड़ी, निशान आदि लेकर खत सैली के दोहा गांव के लिए रवाना होंगे। उसके बाद 15 जून को खत सैली के चार सौ लोग घणता आएंगे। 16 जून को खत बणगांव चालदा महाराज की जिम्मेदारी खत सैली को सौंप देगी, जिसके बाद महाराज की पूजा दोहा गांव में ही होगी। 16 जून को दोहा में महाराज का भव्य जागड़ा आयोजित किया जाएगा। इस दौरान मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष राजेंद्र सिंह तोमर, सरदार सिंह चौहान, दोहा मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिह चौहान, ब्लाक प्रमुख कालसी मठोर सिंह चौहान, पंडित बारू दत्त जोशी, विद्यादत्त जोशी आदि मौजूद रहे।


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